भारत में ब्रिटिश शासन का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
- 1813 के चार्टर अधिनियम ने कंपनी को भारतीयों की शिक्षा पर एक लाख रुपये खर्च करने का निर्देश दिया।
- 1835 में, सरकार ने एक अधिनियम पारित किया जिसमें घोषणा की गई कि अंग्रेजी के माध्यम से पश्चिमी शिक्षा प्रदान करने के लिए शैक्षिक धन का उपयोग किया जाएगा।(मैकाले मिनट पर आधारित)
- 1844 में, अंग्रेजी आधिकारिक भाषा बन गई
- कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास (1857) में एक-एक विश्वविद्यालय की स्थापना वुड के डिस्पैच के अनुसार की गयी
- विलियम जोन्स ने एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना की
- विलियम जोन्स संस्कृत के विद्वान थे। उन्होंने मनु स्मृति जैसी कुछ प्राचीन भारतीय कृतियों का अनुवाद किया।
- चार्ल्स विल्किंस ने भगवद गीता का अंग्रेजी में अनुवाद किया
- मैक्स मुलर ने ऋग्वेद का अनुवाद किया
- अलेक्जेंडर कनिंघम और जॉन मार्शल के प्रयासों के कारण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की स्थापना की गई थी
- जेम्स प्रिंसप ने ब्राह्मी में लिखे अशोक शिलालेखों की व्याख्या की।
- 1829 में, सती प्रथा को कानून द्वारा अवैध या दंडनीय बना दिया गया था।
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर के प्रयासों से, विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 में लॉर्ड डलहौजी द्वारा पारित किया गया
- ब्रिटिश उद्योगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से कच्चे माल का आयात किया जाने लगा
- कलकत्ता से दिल्ली तक ग्रैंड ट्रंक रोड पर काम 1839 में शुरू हुआ और 1850 में पूरा हुआ
- बॉम्बे से थाना तक की पहली रेलवे लाइन 1853 में यातायात के लिए खोली गई थी।
- 1853 में, लॉर्ड डलहौज़ी ने रेलवे विकास के एक व्यापक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की।
- कलकत्ता से आगरा तक की पहली टेलीग्राफ लाइन 1853 में खोली गई थी। उसी वर्ष पोस्ट एंड टेलीग्राफ विभाग भी स्थापित किया गया था।
- 1765 में इलाहाबाद की संधि द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा से राजस्व एकत्र करने का अधिकार मिला।
- 1773 में, जब वॉरेन हेस्टिंग्स भारत के गवर्नर जनरल बने, तो उन्होंने पांच साल की अवधि के लिए राजस्व एकत्र करने के अधिकार की नीलामी की प्रणाली शुरू की।
- राजस्व प्रणाली के दोषों को दूर करने के लिए, लॉर्ड कार्नवालिस ने बंगाल, बिहार और उड़ीसा में राजस्व संग्रह की एक नई प्रणाली शुरू की, जिसे स्थायी निपटान के रूप में जाना जाता है। इस प्रणाली के तहत, ज़मीनदार या एक संपत्ति का राजस्व कलेक्टर भूमि का स्थायी धारक बन गया।
- महलवारी प्रणाली को पंजाब, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पेश किया गया था। यह ग्राम समुदाय के साथ एक समझौता था क्योंकि इन क्षेत्रों में भूमि का सामान्य स्वामित्व था।
- मद्रास प्रेसीडेंसी में रैयतवाड़ी प्रणाली की शुरुआत की गई थी। इस प्रणाली में सरकार और काश्तकारों या रैयतों के बीच सीधा समझौता हुआ
- ब्रिटिश नीतियों का सबसे बड़ा प्रभाव भारत से धन की निकासी था।
- भारत में उपनिवेश शासनकाल में होम चार्जेज भारत से संपत्ति दोहन का महत्वपूर्ण अंग थे| वह निधियां जो होम चार्जेज संघटन थी – लंदन में इंडिया ऑफिस के भरण-पोषण के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली निधि ,भारत में कार्यरत अंग्रेज कर्मचारियों के वेतन तथा पेंशन देने हेतु प्रयोग में लाई जाने वाली निधि|
- शब्द इंपीरियल प्रेफरेंस का प्रयोग किया जाता था–भारत में ब्रिटिश आयातों पर दी गई विशेष रियायतों के लिए
- ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में उद्योगों का कोई स्वतंत्र विकास नहीं हुआ इसका कारण था- भारी उद्योगों का अभाव
- इस्तमरारी बंदोबस्त लागू किया- लार्ड कर्नल वालिस के प्रशासन काल में
- स्थाई बंदोबस्त प्रारंभ किया गया था- जमींदारों से
- लार्ड कार्नवालिस द्वारा स्थाई बंदोबस्त लागू गया किया गया- 1793 ई. मैं
- चिरस्थाई बंदोबस्त 1793 के अंतर्गत जमींदारों से अपेक्षा की गई थी कि वह खेती हरो को पट्टा जारी करेंगे| अनेक जिम्मेदारों ने पट्टा जारी नहीं किए इसका कारण था – जमींदारों के ऊपर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं था|
- बिहार में परमानेंट सेटलमेंट लागू करने का कारण था- जमींदारों के लिए जमीन पर वंश परंपरागत अधिकार को स्वेच्छा से हस्तांतरित करने का अधिकार
- 1885 ई.में बंगाल और बिहार में भूमि पर किरायेदारों के अधिकारों को बंगाल किरायेदारी अधिनियम द्वारा दिया गया था|
- सर टॉमस मुनरो जिस भू राजस्व बंदोबस्त से संबंध है वह है- रैयतवाड़ी बंदोबस्त
- अंग्रेजों ने रैयतवाड़ी बंदोबस्त लागू किया था- मद्रास और मुंबई प्रेसीडेंसी में
- अंग्रेजों ने रैयतवाड़ी व्यवस्था सर्वप्रथम आरंभ की थी- मद्रास प्रेसीडेंसी में
- ब्रिटिश व्यवस्था में रैयतवाड़ी भू राजस्व संग्रह प्रचलित था- दक्षिण भारत में
- रैयतवाड़ी बंदोबस्त के संदर्भ में सही कथन है– किसानों द्वारा लगान सीधे सरकार को दिया जाता था सरकार रैयत को पट्टे देती थी कर लगाने के पूर्व भूमि का सर्वेक्षण और मूल्य निर्धारण किया जाता था
- असम में सर्वप्रथम चाय कंपनी की स्थापना हुई थी- 1839ई में
- दादा भाई नौरोजी द्वारा प्रतिपादित अपवाह सिद्धांत की सही परिभाषा है- भारत की राष्ट्रीय संपदा का एक भाग अथवा कुल वार्षिक उत्पाद ब्रिटेन को निर्यात कर दिया जाता था जिसके लिए भारत को कोई वास्तविक पति फल नहीं मिलता था
- अंग्रेजों के शासनकाल में भारत के आर्थिक दोहन के सिद्धांत को प्रतिपादित किया- दादा भाई नौरोजी ने
- विकास के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था- दादा भाई नौरोजी ने
- भारत में उपनिवेशवाद का आर्थिक आलोचक थे- दादाभाई नौरोजी, जी सुब्रमण्य अय्यर तथा आर सी दत्त
- बाल गंगाधर तिलक और श्री दत्त एम जी रानाडे तथा सर सैयद अहमद खान में से दादा भाई नौरोजी के उत्सारण सिद्धांत में विश्वास नहीं करता था- सर सैयद अहमद खान
- पावर्टी एंड द अन ब्रिटिश रूल इन इंडिया नामक पुस्तक लिखी- दादा भाई नौरोजी ने
- दादा भाई नौरोजी की भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को सर्वाधिक प्रभावी देने थी की- उन्होंने इस बात को अभिव्यक्त किया कि ब्रिटेन भारत का आर्थिक शोषण कर रहा है
- भारत में ब्रिटिश आर्थिक नीति घिनौनी है यह विचार व्यक्त किया था- कार्ल मार्क्स ने
ब्रिटिश शासन का भारतीय समाज पर प्रभाव Questions
1.सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए
सूची-I
A.वाणिज्यिक चरण (1757-1813)
B.औद्योगिक चरण(1813-1860)
C.वितीय पूंजीवाद(1860-1947)
सूची-II
1.एकाधिपत्य व्यापार व् प्रत्यक्ष विनयोग का काल
2.मुक्त व्यापार का काल
3.ब्रिटिश पूंजी विनेश का काल
A.A → 1, B → 2, C → 3
B.A → 2, B → 1, C → 3
C.A → 3, B → 2, C → 1
D.A → 1, B → 3, C → 2
ANSWER: A
2.भारत में अंग्रेजों की लूट किस महत्त्वपूर्ण घटना के बाद शुरु हो गई थी ?
A.प्लासी के युद्ध के पश्चात्
B.बक्सर के युद्ध के पश्चात्
C.कंपनी को भारत में व्यापार करने की अनुमति मिलने के पश्चात्
D.1813 के चार्टर एक्ट के पश्चात्
ANSWER: A
3.भारत में भारतीयों द्वारा 1881 में स्थापित हुआ तथा उनके प्रबंध में चलने वाला सीमित देयता का प्रथम बैंक था
A.हिन्दुस्तान कॉमर्शियल बैंक
B.अवध कॉमर्शियल बैंक
C.पंजाब नेशनल बैंक
D.पंजाब एंड सिंध बैंक
ANSWER: B
4.भारत में रेलवे के निर्माण के कारण थे –
A.ब्रिटिश उद्योगों में उत्पादित वस्तुओं की तेजी से खपत एवं ब्रिटिश उद्योगों के लिए भारत के विभिन्न भागों से कच्चे माल की आपूर्ति
B.विस्तृत भारतीय साम्राज्य को एक राजनीतिक प्रशासनिक सूत्र में आबद्ध करना
C.आंतरिक विद्रोह व बाह्य आक्रमण के दौरान सेना का तेजी से आवागमन
D.उपर्युक्त सभी
ANSWER: D
5.किसने भारत में रेलवे की स्थापना को ‘आधुनिक उद्योग का अग्रदूत / जननी की संज्ञा दी ?
A.लार्ड डलहौजी
B.कार्ल मार्क्स
C.दादाभाई नौरोजी
D.महात्मा गांधी
ANSWER: B
6.पहली आधुनिक पटसन मिल स्थापित हुई ?
A.रिशरा (बंगाल)
B.बंबई
C.भड़ौच
D.सूरत
ANSWER: A
7.पहले आधुनिक लोहा-इस्पात उद्योग की स्थापना कहाँ हुई?
A.बिहार में
B.बंगाल में
C.महाराष्ट्र में
D.तमिलनाडु में
ANSWER: A
8.‘बिखरे हुए स्वायत्त गाँवों के कवच को इस्पात के रेलों से छेद दिया गया, जिससे उनके जीवन-रक्त का ह्रास हो गया’—यह किसने कहा?
A.कार्ल मार्क्स
B.बुकानन
C.विलियम जोन्स
D.लार्ड डलहौजी
ANSWER: B
9.भारत में आधुनिक उद्योगों की स्थापना कब आरंभ हुई ?
A.1550 ई० में
B.1650 ई० में
C.1750 ई० में
D.1850 ई० में
ANSWER: D
10.भारतीय बुनकरों की दयनीय हालत पर किस गवर्नर जनरल ने टिप्पणी की : ‘इनका दुःख दर्द समूचे इतिहास में अतुलनीय है। कपड़ा बुनकरों की हड़ियों से भारत की धरती सफेद हो गई है ?
A.लार्ड कार्नवालिस
B.विलियम बैंटिक
C.लार्ड डलहौजी
D.लार्ड कैनिंग
ANSWER: B
11.ब्रिटिश काल में भारत में निम्नलिखित में से किस भू-राजस्व व्यवस्था को नहीं अपनाया गया?
A.स्थायी बंदोबस्त
B.रैय्यतवाड़ी व्यवस्था
C.महालवाड़ी व्यवस्था
D.दहसाला व्यवस्था
ANSWER: D
12.भारत में प्रथम रेल लाइन निम्नलिखित में से किसने बिछवाई थी ?
A.विलियम डडले
B.रोजर स्मिथ
C.जार्ज क्लार्क
D.वारेन हेस्टिग्स
ANSWER: C
13.रेल विभाग के लिए पृथक रूप से रेलवे बजट कब आरंभ हुआ ?
A.1925 में
B.1929 में
C.1858 में
D.1935 में
ANSWER: A
14.ब्रिटिश नागरिकों को सर्वप्रथम किस वर्ष भारत में भूमि खरीदने एवं बसने की अनुमति मिली ?
A.1813 में
B.1833 में
C.1853 में
D.1858 में
ANSWER: B
15.रैय्यतवाड़ी व्यवस्था जिन क्षेत्रों में लागू की गई उनमे शामिल थे- 1. मद्रास प्रेसिडेंसी 2. बम्बई प्रेसिडेंसी 3. पूर्वी बंगाल 4. असम 5.कुर्ग
A.1,2,3एवं 4
B.1,3,4और5
C.1,2,4एवं 5
D.1,2,3,4,5
ANSWER: D
16.’उत्तरी भारत में भूमिकर व्यवस्था का प्रवर्तक’ किसे कहा जाता है
A.मार्टिन बर्ड
B.टॉमस मुनरो
C.कैप्टेन रीड
D.चार्ल्स ग्रान्ट
ANSWER: A
17.समस्त अंग्रेजी भारत की सर्वाधिक भूमि पर (51 %’ भूमि पर) अपनाई गई भूराजस्व व्यवस्था थी
A.स्थायी बंदोबस्त
B.रैयतवाड़ी व्यवस्था
C.महालवाड़ी व्यवस्था
D.इनमें से कोई नहीं
ANSWER: B
18.भारत में उपनिवेशी काल में ‘लिटली आयोग’ (1929) का उद्देश्य था
A.और आगे राजनीतिक सुधारों के लिए भारत की क्षमता का परीक्षण
B.श्रमिकों की मौजूदा परिस्थितियों पर प्रतिवेदन पर सिफारिशें प्रस्तुत करना
C.भारत में वित्तीय सुधारों के लिए परियोजना तैयार करना ।
D.भारत में प्रशासनिक सेवाओं के लिए विस्तृत पद्धति विकसित करना।
ANSWER: B
19.’भारतीय राजाओं द्वारा कर लेना सूर्य द्वारा भूमि से पानी लेने के समान थी जो कि पुनः वर्षा के रूप में भूमि पर उर्वरता देने के लिए वापस आता था पर अंग्रेजों द्वारा लिया गया कर भारत में वर्षा न कर के इंगलैण्ड में ही वर्षा करता था’—यह कथन किसका है ?
A.आर० सी० दत्त
B.कार्ल मार्क्स
C.दादाभाई नौरोजी
D.इनमें से कोई नहीं
ANSWER: A
20.हमारी पद्धति बहुत कुछ स्पंज की तरह काम करती है; यह गंगा के तटों से सभी अच्छी चीजों को सोख लेती हैं और टेम्स के तटों पर उन्हें निचोड़कर गिरा देती है—यह उक्ति किसकी है?
A.कार्ल मार्क्स
B.दादाभाई नौरोजी
C.आर० सी० दत्त
D.जॉन सुल्लिवान
ANSWER: D
21.ब्रिटिश काल में निम्नलिखित में से कौन-कौन से उद्योग-धंधे विकसित हुए ? 1. जूट 2. कोयला 3. लोहा व इस्पात 4. मशीनों के पुर्जे 5. सूती कपड़ा
A.1, 2, 3 एवं 5
B.2, 3 एवं 4
C.केवल 1 और 3
D.इनमें से कोई नहीं
ANSWER: A
22.अकालों को रोकने तथा अकाल पीड़ितों की सहायता हेतु भारत सरकार ने ‘अकाल संहिता’ कब प्रचारित किया?
A.1879 में
B.1881 में
C.1883 में
D.1885 में
ANSWER: C
23.भारत में विकेन्द्रीकरण का शुभारंभ किसके समय में हुआ ?
A.लार्ड डफरिन
B.लार्ड लिटन
C.लार्ड रिपन
D.लार्ड मेयो
ANSWER: D
दोस्तों यद्यपि आर्टिकल Social and economic impact of british rule in india को बड़ी सावधानीपूर्वक Deep Research करके तैयार किया गया है फिर भी हम आपसे गुजारिश करते है की यदि आप को कही कुछ तथ्य या लेखन त्रुटि पूर्ण लगता है तो कृपया आप हमें सूचित करे,हम त्वरित कार्रवाही करते हुए त्रुटि को सही करेंगे
धन्यवाद
Social and economic impact of british rule in india pdf download
यह भी पढ़े:-
प्रमुख गवर्नर जनरल तथा वायसराय
please read website Disclaimer carefully