Skip to content
sandhi viched in hindi

संधि का अर्थ

हिंदी में संधि का शाब्दिक अर्थ है – योग अथवा मेल

संधि | संधि की परिभाषा

दो ध्वनियों या दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार अथवा परिवर्तन को ही संधि कहते हैं 

या

जब दो ध्वनियाँ निकट होने पर आपस में मिल जाती है तथा नए रूप को धारण कर लेती है तब वहां संधि होती है 

या

जब दो वर्ण पास-पास आते हैं या मिलते हैं तो उनमें विकार उत्पन्न होता है अर्थात् वर्ण में परिवर्तन हो जाता है,यह विकार युक्त मेल ही संधि कहलाता है

जैसे:- हिम +आलय = हिमालय(यहाँ हिम का अंतिम ‘अ’ एवं आलय का आरंभिक ‘आ’ मिलकर बन गए है )

कामताप्रसाद गुरु के अनुसार, ’’दो निर्दिष्ट अक्षरों के आस-पास आने के कारण उनके मेल से जो विकार होता है, उसे संधि कहते हैं’

श्री किशोरीदास वाजपेयी के अनुसार, ’’जब दो या अधिक वर्ण पास-पास आते हैं तो कभी-कभी उनमें रूपान्तर होता है। इसी रूपान्तर को संधि कहते हैं

संधि के भेद | sandhi ke prakar

संधि तीन प्रकार की होती है –

1.स्वर संधि

2.व्यंजन संधि

3.विसर्ग संधि

स्वर संधि | swar sandhi

दो स्वरों के मेल से उत्पन्न विकार स्वर संधि कहलाता है

स्वर संधि के भेद | swar sandhi ke bhed

स्वर संधि के पाँच भेद होते है

दीर्घ संधि

गुण संधि

वृद्धि संधि

यण् संधि

अयादि संधि

दीर्घ संधि

दो समान स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं। यदि ’अ’ ’आ’, ’इ’, ’ई’, ’उ’, ’ऊ’ के बाद वे ही लघु या दीर्घ स्वर आएँ तो दोनों मिलकर क्रमशः ’आ’ ’ई’ ’ऊ’ हो जाते हैं 

  • अ + अ = आ 
  • अ + आ = आ
  • आ + अ = आ
  • आ + आ = आ 
  • इ + इ = ई
  •  ई + इ = ई 
  • इ + ई = ई 
  • ई + ई = ई 
  • उ + उ = ऊ
  • उ + ऊ = ऊ 
  •  ऊ + उ = ऊ 
  • ऊ + ऊ = ऊ

दीर्घ संधि के उदाहरण

अ + अ = आ  मत +अनुसार = मतानुसार
अ + आ = आ भोजन + आलय = भोजनालय
आ + अ = आ सेवा + अर्थ = सेवार्थ
आ + आ = आ  महा + आत्मा = महात्मा
इ + इ = ई गिरि + इंद्र = गिरींद्र
ई + इ = ई  मही + इंद्र = महींद्र
इ + ई = ई  गिरि + ईश = गिरीश
ई + ई = ई  मही+ ईश = महीश
उ + उ = ऊ भानु + उदय = भानूदय
उ + ऊ = ऊ  अंबु + ऊर्मि = अंबूर्मि
ऊ + उ = ऊ  वधू + उत्सव = वधूत्सव
ऊ + ऊ = ऊ वधू + उत्सव = वधूत्सव

गुण संधि

नियम 1:- यदि ’अ’ या ’आ’ के बाद ’इ’ या ’ई’ ’उ’ या ’ऊ’, ’ऋ’ आए तो दोनों मिलकर क्रमशः ’ए’ और ’अर्’ हो जाते हैं 

गुण  संधि के उदाहरण 

अ + इ = ए  देव + इंद्र = देवेंद्र
अ + ई = ए  गण + ईश = गणेश
आ + इ = ए महा + इंद्र = महेंद्र
आ + ई = ए  रमा + ईश = रमेश
अ + उ = ओ वीर + उचित = वीरोचित
अ + ऊ – ओ जल + ऊर्मि = जलोर्मि
आ + उ = ओ महा + उत्सव = महोत्सव
आ + ऊ = ओ गंगा + ऊर्मि = गंगोर्मि
अ + ऋ = अर्  कण्व + ऋषि = कण्वर्षि
आ + ऋ = अर्  राजा + ऋषि = राजर्षि

 

नियम 2:- ऋ, र, ष के बाद जब कोई स्वर कोई क वर्गीय या प वर्गीय वर्ण अनुस्वार अथवा य, व, ह में से कोई वर्ण आये तो अंत में आने वाला ’न’, ’ण’ हो जाता है 

जैसे 

भर्+अन भरण
भूष्+अन भूषण
राम+अयन रामायण
प्र+मान प्रमाण

 

वृद्धि संधि 

जब अ या आ के बाद ए या ऐ हो तो दोनों के मेल से ’ऐ’ तथा यदि ’ओ’ या ’औ’ हो तो दोनों के स्थान पर ’औ’ हो जाता है 

वृद्धि संधि के उदाहरण

अ + ए = ऐ एक + एक = एकैक
अ + ऐ = ऐ परम + ऐश्वर्य = परमैश्वर्य
आ + ए = ऐ सदा + एव = सदैव
आ + ऐ = ऐ  महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य
अ + ओ = औ  परम + ओज = परमौज
आ + ओ = औ महा + ओजस्वी = महौजस्वी
अ + औ = औ  वन +औषध = वनोंषध 
आ + औ = औ  महा + औषध = महौषध

यण संधि | yan sandhi

यदि ’इ’ या ’ई’, ’उ’ या ’ऊ’ तथा ऋ के बाद कोई भिन्न स्वर आये, तो ’इ-ई’ का ’य्’ ’उ’ ’ऊ’ का ’व्’ और ’ऋ’ का ’र्’ हो जाता है, साथ ही बाद वाले शब्द के पहले स्वर की मात्रा य्, व्, र् में लग जाती है

यण संधि के उदाहरण

इ + अ = य अति + अधिक = अत्यधिक
इ + आ = या अति + आचार= अत्याचार
ई + आ = या  नदी + आगम = नद्यागम
इ + उ = यु  अति + उत्तम = अत्युत्तम
इ + ऊ = यू अति + ऊष्म = अल्यूष्म
इ + ए = ये  प्रति + एक = प्रत्येक
उ + अ = व सु + अच्छ = स्वच्छ
उ + आ = वा सु + आगत = स्वागत
उ + ए = वे अनु + एषण = अन्वेषण
उ + इ = वि अनु + इति = अन्विति
ऋ + आ = रा पितृ + आज्ञा = पित्राज्ञा
ऋ +  अ = र पितृ+अनुमति = पित्रनुमति
ऋ+  ई  =  रि  मातृ + इच्छा = मात्रिच्छा

 

अयादि संधि

यदि ’ए’ या ’ऐ’ ’ओ’ या ’औ’ के बाद कोई भिन्न स्वर आये तो ’ए’ का ’अय’, ऐ का ’आय’ हो जाता है तथा ’ओ’ का ’अव’ और ’औ’ हो जाता है 

अयादि संधि के उदाहरण

ए + अ = अय    ने + अन = नयन
ऐ + अ = आय  नै + अक = नायक
ओ + अ = अव पो + अन = पवन
औ + अ = आव पौ + अक = पावक
औ + ई =आवि  नौ + इक =नाविक 

 

व्यंजन संधि | vyanjan sandhi

जब पास आने वाले दो वर्णों में से पहला वर्ण व्यंजन हो और दूसरा स्वर अथवा व्यंजन कुछ भी हो तो उनमें होने वाली संधि को ’व्यंजन-संधि  कहते हैं

या 

व्यंजन ध्वनि के निकट स्वर या व्यंजन आने से व्यंजन में जो परिवर्तन होता है उसको ’व्यंजन-संधि  कहते हैं

व्यंजन संधि संबंधी कुछ प्रमुख नियम यहाँ दिये गए हैं –

नियम 1:यदि प्रत्येक वर्ग के पहले वर्ण अर्थात ’क्’, ’च’, ’ट्’, ’त्’, ’प्’ के बाद किसी वर्ग का तृतीय या चतुर्थ वर्ण आए या य, र, ल, व, या कोई स्वर आये तो ’क्’, ’च’, ’ट्’, ’त्’, ’प्’ के स्थान पर अपने ही वर्ग का तीसरा वर्ण अर्थात् ’ग्’, ’ज्’, ’ङ्’, ’द्’, ’ब्’, हो जाता है 

व्यंजन संधि के उदाहरण

वाक्+ईश  वागीश
दिक्+गज  दिग्गज
वाक्+दान  वाग्दान
सत्+वाणी    सद्वाणी
अच्+अंत अजंत
अप्+इंधन अबिंधन
तत्+रूप  तद्रूप
जगत्+आनंद  जगदानंद
शप्+द शब्द

 

नियम 2:-यदि प्रत्येक वर्ग के पहले वर्ण अर्थात् ’क्’, ’च्’, ’ट्’, ’त्’, ’प्’, के आद ’न’ या ’म’ आये तो ’क्’ ’च्’ ’ट्’ ’त्’ ’प्’ अपने वर्ग के पंचम वर्ण अर्थात ङ्, ञ्, ण, म् में बदल जाते हैं 

जैसे –

वाक्+मय वाङ्मय
षट्+मास  षण्मास
जगत्+नाथ  जगन्नाथ
अप्+मय अम्मय

 

नियम 3:- यदि ’म्’ के बाद कोई स्पर्श व्यंजन तो ’म’ जुङने वाले वर्ण का पंचम वर्ण या अनुस्वार हो जाता है 

जैसे

अहम्+कार अहंकार
किम्+चित् किंचित्
सम्+गम संगम
सम्+तोष  संतोष

 

नियम 4:- यदि म् के बाद य, र, ल, व, श, ष, स, ह में से किसी भी वर्ण का मेल हो तो ’म’ के स्थान पर अनुस्वार ही लगेगा 

जैसे

सम्+योग  संयोग
सम्+रचना संरचना
सम्+वाद  संवाद
सम्+हार संहार
सम्+रक्षण संरक्षण
सम्+लग्न संलग्न
सम्+वत्  संवत्
सम्+सार  संसार

 

नियम 5:- यदि त् या द् के बाद ’ल’ रहे तो ’त्’ या ’द्’ ल् में बदल जाता है 

जैसे

उत्+लास उल्लास
उत्+लेख उल्लेख


नियम 6:- यदि ’त्’ या ’द्’ के बाद ’ज’ या ’झ’ हो तो ’त्’ या ’द्’ ’ज्’ में बदल जाता है 

जैसे 

सत्+जन  सज्जन
उत्+झटिका उज्झटिका

 

नियम 7:- यदि ’त्’ या ’द्’ के बाद ’श’ हो तो ’त्’ या ’द्’ का ’च्’ और ’श्’ का ’छ्’ हो जाता है 

जैसे

उत्+श्वास  उच्छ्वास
उत्+शिष्ट उच्छिष्ट
सत्+शास्त्र सच्छास्त्र

 

नियम 8:- यदि ’त्’ या ’द्’ के बाद ’च’ या ’छ’ हो तो ’त्’ या ’द्’ का ’च्’ हो जाता है 

जैसे 

उत्+चारण उच्चारण
सत्+चरित्र सच्चरित्र

 

नियम 9:- ’त्’ या ’द्’ के बाद यदि ’ह’ हो तो त्/द् के स्थान पर ’द्’ और ’ह’ के स्थान पर ’ध’ हो जाता है

जैसे 

तत्+हित तद्धित
उत्+हार उद्धार

 

नियम 10:- जब पहले पद के अंत में स्वर हो और आगे के पद का पहला वर्ण ’छ’ हो तो ’छ’ के स्थान पर ’च्छ’ हो जाता है 

जैसे 

अनु      +     छेद  अनुच्छेद
परि      +     छेद  परिच्छेद
आ       +     छादन आच्छादन

 

नियम 11:- यदि किसी शब्द के अंत में अ या आ को छोङकर कोई अन्य स्वर आये एवं दूसरे शब्द के आरंभ में ’स’ हो तो ’स’ के स्थान पर ष हो जाता है 

जैसे

अभि+सेक अभिषेक
वि+सम विषम
नि+सिद्ध निषिद्ध
सु+सुप्ति सुषुप्ति

 

विसर्ग संधि | visarg sandhi

विसर्ग (: ) के साथ स्वर या व्यंजन के मेल में जो विकार होता है, उसे ’विसर्ग संधि ’ कहते हैं

या 

यदि किसी शब्द के अन्त में विसर्ग ध्वनि आती है तथा उसमें बाद में आने वाले शब्द के स्वर अथवा व्यंजन का मेल होने के कारण जो ध्वनि विकार उत्पन्न होता है वहीं विसर्ग संधि है

विसर्ग संधि के उदाहरण:-

प्रातःकाल

मनोविकार 

मनोयोग 

यशोदा 

मनोहर 

तपोबल 

विसर्ग संधि संबंधी कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं –

नियम 1:-  यदि विसर्ग के पूर्व ’अ’ हो और बाद में ’अ’ हो तो दोनों का विकार ‘ओ’ में बदल जाता है

जैसे:-

मनः+अविराम  मनोविराम
यशः+अभिलाषा यशोभिलाषा
मनः+अनुकूल  मनोनुकूल

 

नियम 2:- यदि विसर्ग के पहले ’अ’ हो और बाद वाले शब्द के पहले ’अ’ के अतिरिक्त अन्य कोई भी अक्षर हो तो विसर्ग का लोप हो जाता है

जैसे:-

अतः+एव  अतएव
यशः+इच्छा  यशइच्छा

 

नियम 3:- यदि विसर्ग के पहले ’अ’ हो तथा बाद में किसी भी वर्ग का तीसरा, चौथा वर्ण अथवा य, र, ल, व व्यंजन आते हैं तो विसर्ग ’ओ’ में बदल जाता है

जैसे:-

तपः+वन  तपोवन
अधः+गामी अधोगामी
वयः+वृद्व  वयोवृद्व
अन्ततः+ गत्वा अन्ततोगत्वा
मनः+विज्ञान  मनोविज्ञान 

 

नियम 4:- यदि विसर्ग के बाद अ के अतिरिक्त कोई अन्य स्वर अथवा किसी वर्ग का तृतीय, चतुर्थ या पंचम वर्ण हो या ’य’ ’र’ ’ल’ ’व’ ’ह’ हो तो विसर्ग के स्थान में ’र्’ हो जाता है

जैसे:- 

आयुः+वेद  आयुर्वेद
ज्योतिः+मय  ज्योतिर्मय
चतुः+दिशि चतुर्दिशि
आशीः+वचन आशीर्वचन
धनुः+धारी  धनुर्धारी

 

नियम 5:- यदि विसर्ग के बाद ’च’ तालव्य ’श’ आता है तो विसर्ग ’श्’ हो जाता है 

जैसे:- 

पुनः+च  पुनश्च
तपः+चर्या  तपश्चर्या
यशः+शरीर यशश्शरीर

 

नियम 6:- यदि विसर्ग के पहले ’अ’ या ’आ’ हो तथा बाद में ’त’ या दन्त्य ’स’ आता है तो विसर्ग ’स्’ (अर्द्धाक्षर ) हो जाता है 

जैसे:-

पुरः+सर पुनस्सर
नमः+ते नमस्ते
मनः+ताप मनस्ताप

 

नियम 7:- यदि विसर्ग के पहले ’इ’ या ’उ’ स्वर हो और उसके बाद ’क’ ’ख’ ’प’ ’म’ वर्ण आये विसर्ग मूर्धन्य ’ष्’(अर्द्धाक्षर) हो जाता है

जैसे:-

आविः+कार  आविष्कार
चतुः+पाद  चतुष्पाद
चतुः+पथ  चतुष्पथ
बहिः+कार बहिष्कार

 

संधि -विच्छेद | sandhi viched in hindi | संधि विक्षेद

शब्दों के मेल से उत्पन्न ध्वनि परिवर्तन को ही संधि कहते हैं। परिणाम स्वरूप उच्चारण एवं लेखन दोनों ही स्तरों पर अपने मूल रूप से भिन्नता आ जाती है। अतः उन शब्दों को पुनः मूल रूप में लाना ही संधि विच्छेद कहलाता है

या 

संधि-युक्त शब्दों को काट कर संधि-पूर्व अवस्था में लाना ही संधि-विच्छेद कहलाता है 

संधि-युक्त  शब्द = महेश    

वर्ण + मेल = आ + ई    

संधि विच्छेद = महा + ईश

कुछ और उदाहरण:-

संधि युक्त  शब्द संधि विच्छेद
नरेश नर +  ईश
देवेंद्र देव + इंद्र
पावक पौ + अक

संधि से संबंधित प्रश्न उत्तर | संधि से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न | संधि mcq question

1.गायक शब्द में कौनसी संधि है ?

(a) यण

(b) अयादि

(c) गुण

(d) वृध्दि

2.‘संधि’ शब्द में कौनसी संधि है ?

(a) स्वर

(b) व्यंजन

(c) विसर्ग

(d) इनमें से कोई नहीं

3.गुण संधि का उदाहरण है ?

(a) कृष्णावतार

(b) विद्यालय

(c) सर्वोपरि

(d) रवीन्द्र

4.उदय शब्द का विच्छेद होगा?

(a) उ+दय

(b) उत्+अय

(c) उत+अय

(d) उद:+य

5.यण संधि का उदाहरण है?

(a) एकैक

(b) व्यर्थ

(c) भवन

(d) विद्यालय

6.अधि+अक्ष=?

(a) अधीच्छ

(b) अधीक्ष

(c) अधच्छ

(d) अध्यक्ष

7.उच्छ्वास का सही संधि-विच्छेद है ?

(a) उत्+श्वास

(b) उत्+छवास

(c) उच्+शवास

(d) उच्+छवास

8.सत्याग्रह का सही संधि-विच्छेद है  ?

(a) सत्या+ग्रह

(b) सत+आग्रह

(c) सत्य+ग्रह

(d) सत्य+आग्रह

9.वागीस का संधि विच्छेद होगा ?

(a) वाग्+ईश

(b) वाक्+ईश

(c) वाग+ईश

(d) वक्+ईश

10.संयम का सही संधि विच्छेद है  ?

(a) सम्+वच

(b) सम्+यम

(c) समय+म

(d) स+म्यम

11.‘पुरोधा’ शब्‍द में संधि है।

(a) गुण

(b) व्‍यंजन

(c) यण

(d) विसर्ग

12.इनमें से कौन सा शब्‍द स‍ंधि का उदाहरण नही है।

(a) संसार

(b) अत्‍यंत

(c) सदाचार

(d) सामाजिक

13.किस समूह में यण संधि रहित शब्‍द है।

(a) अन्वित, सख्‍युचित, न्‍यून

(b) पित्रनुमति, य‍द्यपि, षडानन

(c) मात्रानंद, नद्यपर्णण, देव्‍यागम

(d) देव्‍यैश्‍वर्य, प्रत्‍युपकार, नद्युर्मि

14.निम्‍नलिखित में से कौन से शब्‍द में विसर्ग संधि नही है।

(a) अत्‍यधिक

(b) मनोनुकूल

(c) उत्‍तम

(d) तन्‍मय

15.निम्‍नलिखित में से कौन सा शब्‍द व्‍यंजन संधि का है।

(a) स्‍वागत

(b) उच्‍छ्वास

(c) सरोवर

(d) सरोज

16.निम्‍नांकित में से सही संधियुक्‍त शब्‍द कौन सा है।

(a) गति + अवरोध = गत्‍यावरोध

(b) अभि + ईप्‍सा = अभिप्‍सा

(c) गुरू + उपदेश = गुरोपदेश

(d) लघु + उत्तर = लघूत्‍तर

17. इनमें से सही संधि विच्‍छेद का उदाहरण है।

(a) तथैव = तथा + ऐव

(b) स्‍वच्छ = स्‍व + च्‍छ

(c) महर्षि = महा + ऋषि

(d) अन्‍वेषण = अनु + ऐषण

18.उपर्युक्‍त शब्‍द का सही संधि विच्‍छेद होगा –

(a) उपरि + युक्‍त

(b) उपर + उक्‍त

19.इनमें से किस शब्‍द में गलत संधि विच्‍छेद हुआ है।

(a) संसद = सम् + सद्

(b) षडानन = षड + आनन

(c) विच्‍छेद = वि + छेद

(d) दिग्‍दर्शन = दिक् + दर्शन

20.किस समूह में सभी शब्‍द संधियुक्‍त है।

(a) नीमड़ी, दुर्जन, निश्‍चल

(b) साकार, सरोज, मयूर

(c) देवेन्‍द्र, निशीथ, संकुल

(d) मनोज, नरेश, देवर्षि

21.किस शब्‍द में सही संधि नियम का पालन नही हुआ है।

(a) नीरव

(b) तदैव

(c) प्रतीप

(d) सञ्जीव

22.भगवद्भजन में कौन सी संधि है ?

(a) व्यजंन

(b) स्वर

(c) विसर्ग

(d) दीर्घ

23.चन्द्रोदय में कौन सी संधि है ?

(a) गुण

(b) दीर्घ

(c) यण्

(d) वृद्धि

24.मनोयोग में कौन सी संधि है ?

(a) स्वर

(b) व्यंजन

(c) यण्

(d) विसर्ग

25.बृहट्टीका में कौन सी संधि है  ?

(a) स्वर

(b) विसर्ग

(c) व्यंजन

(d) इनमें से कोई नहीं

26.पवित्र का संधि विच्छेद है  ?

(a) पत्र+इत्र

(b) पौ+इत्र

(c) पवः+इत्र

(d) पो+इत्र

27.संधि का सही प्रयोग किस शब्‍द में हुआ है।

(a) नीरोग

(b) निनाद

(c) विनोद

(d) निचोड़

28.किस शब्‍द में संधि नही है।

(a) अतएव

(b) सज्‍जन

(c) जलौक

(d) काजल

29.किस क्रमांक में सही संधि का उदाहरण नही है।

(a) मृद + मय = मृण्‍मय

(b) प्र + ऊढ़ = प्रौढ़

(c) अप् + जात = अब्‍जात

(d) मन: + प्रसाद = मनोप्रसाद

30.अभ्‍यार्थी का संधि विच्‍छेद होगा।

(a) अभि + अर्थी

(b) अभ्‍य + अर्थी

(c) अथ + यर्थी

(d) अभ्‍या + अर्थी

31.किस क्रमांक संरचना में शब्‍दगत संरचना में संधि नियम का अपवाद है।

(a) प्रबोधिनी

(b) नीरोग

(c) अ‍क्षौहिणी

(d) अपरान्‍ह

32.घुड़दौड़ का सही संधि विच्‍छेद है।

(a) घुड़ + दौड़

(b) घोड़ + दौड़

(c) घोड़ा + दौड़

(d) इनमें से कोई नही

33.‘पावक’ में कौन सी संधि है।

(a) यण् संधि

(b) अयादि संधि

(c) विसर्ग संधि

(d) व्‍यंजन संधि

34.‘विपज्‍जाल’ में कौन सही संधि है।

(a) व्‍यंजन संधि

(b) वृद्धि संधि

(c) दीर्घ संधि

(d) गुण संधि

35.‘प्रत्‍युपकार’ में कौन सी संधि है।

(a) व्‍यंजन संधि

(b) वृद्धि संधि

(c) गुण संधि

(d) यण् संधि

36.पर्यावरण शब्द का संधि-विच्छेद कौन सा है  ?

(a) पर्या+वरण

(b) परिध+आवरण

(c) परि+आवरण

(d) परिधि+आवरण

37.सज्ज़न में कौन सी संधि है  ?

(a) व्यजंन

(b) विसर्ग

(c) स्वर

(d) दीर्घ

38.घुड़दौड़ का सही संधि-विच्छेद हैं  ?

(a) घोड़ा+दौड़

(b) घुड़+दौड़

(c) घोड़+दौड़

(d) इनमें कोई नहीं

39.संधि कितने प्रकार के होते है ?

(a) दो

(b) चार

(c) एक

(d) तीन

40.दिग्दर्शन का सही संधि विच्छेद है?

(अ) दिक् + दर्शन

(ब) दिक + दर्शन

(स) दिग + दर्शन

(द) दिग् + दर्शन

उत्तर:- अ 

41.पद्धति का सही संधि विच्छेद हैं?

(अ) पद अति

(ब) पत + हति

(स) पद् + हति 

(द) पद + हति

उत्तर:- स 

42.किस विकल्प में सही संधि विच्छेद नहीं  है?

(अ) सद् कार = सत्कार

(ब) उद् + तम = उत्तम

(स) तत् काल = तत्काल

(द) उद् + सर्ग = उत्सर्ग

उत्तर:- स 

43.‘नयन’ में कौन सी संधि है।

(a) अयादि

(b) गुण

(c) वृद्धि

(d) यण्

उत्तर – अयादि

44.‘धनुष्‍टकार’ में कौन सी संधि है।

(a) विसर्ग

(b) व्‍यंजन

(c) दीर्घ

(d) यण

उत्तर – विसर्ग

45.’परस्‍पर’ में कौन सी संधि है।

(a) वृद्धि

(b) व्‍यंजन

(c) अयादि

(d) विसर्ग

उत्तर – विसर्ग

46.‘दिग्‍दर्शक’ में कौन सी संधि है।

(a) विसर्ग

(b) वृद्धि

(c) अयादि

(d) व्‍यंजन

उत्तर – व्‍यंजन

47.यद्यपि में कौन सी संधि है।

(a) यण्

(b) व्‍यंजन

(c) विसर्ग

(d) दीर्घ

उत्तर – यण

48.‘गिरीश’ में कौन सी संधि है।

(a) गुण

(b) दीर्घ

(c) वृद्धि

(d) यण्

उत्तर – दीर्घ

49.‘भानूदय’ में कौन सी संधि है।

(a) गुण

(b) अयादि

(c) यण्

(d) दीर्घ

उत्तर – दीर्घ

50.‘बहिरंग’ में कौन सी संधि है।

(a) व्‍यंजन

(b) दीर्घ

(c) विसर्ग

(d) गुण

उत्तर – विसर्ग

51.‘अनुष्‍ठान’ का संधि विच्‍छेद होगा।

(a) अनु + ठान

(b) अनु + स्‍थान

(c) अनु + ठान

(d) अनु: + ठान

उत्तर – अनु + स्‍थान

52.किस क्रम में गुण संधि नही है।

(a) हितेच्‍छा

(b) प्रेषिति

(c) मानवेतर

(d) भूर्ध्‍व

उत्तर – भूर्ध्‍व

53.आच्छादान का सही संधि विच्छेद हैं?

(अ) अ आच्छादन

(ब) आ + च्छादन

(स) अ + च्छादन

(द) आ + छादन

उत्तर:- द 

54.कौनसा संधि विच्छेद सहीं है?

(अ) ऋ + न = ऋण

(ब) प्र + न = प्रण

(स) उष् + न उष्ण

(द) उपर्युक्त सभी सही है

उत्तर:- द 

55.कौनसा संधि विच्छेद सही है?

(अ) सम्+ सार = संसार

(ब) सम् + लग्न = संलग्न

(स) सम् + रचना = संरचना

(द) उपर्युक्त सभी सही हैं

उत्तर:- द 

56.सही संधि विच्छेद कौनसा है?

(अ) परि + कार = परिष्कार

(ब) परि + कृत = परिष्कृत 

(स) परि + करण = परिष्करण

(द) उपर्युक्त सभी सही हैं

उत्तर:- द 

57.अभिषेक का सही संधि विच्छेद क्या है?

(अ) अभि + षेक

(ब) अभि + शेक

(स) अभि + सेक

(द) अभ् + इषेक

58.पुरोधा शब्‍द में सन्धि है।

(a) गुण

(b) व्‍यंजन

(c) यण

(d) विसर्ग

59.इनमें से कौन सा शब्‍द सन्धि का उदाहरण नही है।

(a) संसार

(b) अत्‍यंत

(c) सदाचार

(d) सामाजिक

60.निम्‍नलिखित में से कौन से शब्‍द में विसर्ग सन्धि है।

(a) अत्‍यधिक

(b) मनोनुकूल

(c) उत्‍तम

(d) तन्‍मय

61.अहोरात्र शब्‍द का सन्धि विच्‍छेद है।

(a) अहा + रात्र

(b) अहो + रात्र

(c) अहन् + रात्रि

(d) अहा + रात्रि

62.निम्‍नलिखित में से किस शब्‍द में सही संधि हुई है।

(a) स्‍वा + छंद = स्‍वछंद

(b) माह + ऋषि = महर्षि

(c) गति + अवरोध = गत्‍यावरोध

(d) मत + ऐक्‍य = मतैक्‍य

63.निम्‍नलिखित में से कौन सा शब्‍द व्‍यंजन संधि का है।

(a) स्‍वागत

(b) उच्‍छ्वास

(c) सरोवर

(d) सरोज

64.इनमें से सही संधि विच्‍छेद का उदाहरण है।

(a) तथैव = तथा + ऐव

(b) स्‍वच्‍द = स्‍व + च्‍छ

(c) महर्षि = महा + ऋषि

(d) अन्‍वेषण = अनु + ऐषण

65.पावन में कौन सी संधि है।

(a) यण संधि

(b) अयादि संधि

(c) विसर्ग संधि

(d) व्‍यंजन संधि

66.विपज्‍जाल में कौन सी संधि है।

(a) व्‍यंजन संधि

(b) वृद्धि संधि

(c) दीर्घ संधि

(d) गुण संधि

67.प्रत्‍युपकार में कौन सी संधि है।

(a) व्‍यंजन संधि

(b) विसर्ग संधि

(c) गुण संधि

(d) यण संधि

68.नयन में कौन सी संधि है।

(a) अयादि

(b) गुण

(c) वृद्धि

(d) यण

69.किस विकल्प में गलत संधि विच्छेद हुआ है?

(अ) पुष् + त पुष्ट

(ब) हृष् + त हृष्ट

(स) निकृष् + फ निकृष्ट

(द) आकृष् + त आकृष्ट

70.किस विकल्प में सही संधि है?

(अ) भास् कर भास्कर

(ब) नमः + कार = नमस्कार

(स) तिरस् + कार = तिरस्कार

(द) दुस् + कर = दुस्कर

71.किस विकल्प में सही संधि है?

(अ) निः + काम = निस्काम

(ब) आयुः + मान आयुष्मान

(स) नि: + कपट = निकपट

(द) दुः + कर = दुस्कर

72.धनुष्‍टकार में कौन सी संधि है।

(a) विसर्ग

(b) व्‍यंजन

(c) दीर्घ

(d) यण

73.परस्‍पर में कौन सी संधि है।

(a) वृद्धि संधि

(b) व्‍यंजन संधि

(c) विसर्ग संधि

(d) गुण संधि

74.गिरीश में कौन सी संधि है।

(a) गुण

(b) दीर्घ

(c) वृद्धि

(d) यण्

75.परिच्‍छेद में कौन सी संधि है।

(a) व्‍यंजन

(b) दीर्घ

(c) गुण

(d) अयादि

76.भानूदय में कौन सी सन्धि है।

(a) गुण

(b) अयादि

(c) यण

(d) दीर्घ

77.अनुष्‍ठान का संधि विच्‍छेद होगा ।

(a) अनु + ठान

(b) अनु + स्‍थान

(c) अनु + थान

(d) अनु: + ठान

78.वृद्धि संधि का उदाहरण नही है।

(a) अभ्‍यागत

(b) एकैक

(c) जलौध

(d) महौषध

79.साध्‍वाचरण का सही संधि विच्‍छेद होगा ।

(a) साध + चरण

(b) साधव + चरण

(c) साधु + आचरण

(d) साध + आचरण

80.निम्‍न में से किसमें वृद्धि संधि नही है।

(a) स्‍व + ऐच्छिक = स्‍वैच्छिक

(b) महा + ऊर्जा = महोर्जा

(c) जल + ओक = जलौक

(d) वसुधा + एव = वसुधैव

pawan ka sandhi vichchhed

 पवन = पो + अन

nayak ka sandhi vichchhed

नायक = नै + अक

दोस्तों यद्यपि आर्टिकल sandhi viched in hindi को बड़ी सावधानीपूर्वक Deep Research करके तैयार किया गया है फिर भी हम आपसे गुजारिश करते है की यदि आप को कही कुछ तथ्य या लेखन त्रुटि पूर्ण लगता है तो कृपया आप हमें सूचित करे,हम त्वरित कार्रवाही करते हुए त्रुटि को सही करेंगे

धन्यवाद

यह भी पढ़े:-

क्रिया के कितने भेद होते है 

गुप्त काल 

please read website Disclaimer carefully

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home » Blog » sandhi viched in hindi | संधि | संधि किसे कहते हैं | sandhi viched uppsc mcq

sandhi viched in hindi | संधि | संधि किसे कहते हैं | sandhi viched uppsc mcq

error: Please Share And Download From The Link Provided